हिन्दू धर्म की कुछ जानकारियां

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      #_कुछ_महत्वपूर्ण_जानकारियां_
★ एक हाथ से प्रणाम नही करना चाहिए...!!
★ सोए हुए व्यक्ति का चरण स्पर्श नहीं करना चाहिए...!!
★ बड़ों को प्रणाम करते समय उनके दाहिने पैर पर दाहिने हाथ से और उनके बांये पैर को बांये हाथ से छूकर प्रणाम करें...!!
★ मन्दिर में किसी व्यक्ति के चरण नहीं छूने (गुरु को छोड़कर ) चाहिए...!!
★ जप करते समय जीभ या होंठ को नहीं हिलाना चाहिए , इसे मानसिक जप कहते हैं , इसका फल   सौगुणा फलदायक होता हैं...!!
★ जप करते समय माला को कपड़े या गौमुखी से ढककर रखना चाहिए...!!
★ जप के बाद आसन के नीचे की भूमि को स्पर्श कर नेत्रों से लगाना चाहिए...!!
★ संक्रान्ति , द्वादशी , अमावस्या , पूर्णिमा , रविवार और सन्ध्या के समय तुलसी तोड़ना निषिद्ध हैं...!!
★ दीपक से दीपक को नही जलाना चाहिए...!!
★ यज्ञ , श्राद्ध आदि में काले तिल का प्रयोग करना चाहिए , सफेद तिल का नहीं। 
★ शनिवार को पीपल पर जल चढ़ाना चाहिए , पीपल की सात परिक्रमा करनी चाहिए। परिक्रमा करना श्रेष्ठ है...!!
★ कूमड़ा-मतीरा-नारियल आदि को स्त्रियां नहीं तोड़े या चाकू आदि से नहीं काटें , यह उत्तम नही माना गया हैं...!!
★ भोजन प्रसाद को लाघंना नहीं चाहिए...!!
★  देव प्रतिमा देखकर अवश्य प्रणाम करें...!!
★  किसी को भी कोई वस्तु या दान-दक्षिणा दाहिने हाथ से देना चाहिए...!!
★  एकादशी , अमावस्या , कृृष्ण चतुर्दशी , पूर्णिमा व्रत तथा श्राद्ध के दिन क्षौर-कर्म (दाढ़ी) नहीं बनाना चाहिए...!!
★ बिना यज्ञोपवित या शिखा बंधन के जो भी कार्य ,
 कर्म किया जाता है , वह निष्फल हो जाता हैं...!!
★ शंकर जी को बिल्वपत्र , विष्णु जी को तुलसी , गणेश जी को दूर्वा , लक्ष्मी जी को कमल प्रिय हैं...!!
★ शंकर जी को शिवरात्रि के सिवाय कुंकुम नहीं चढ़ती...!!
★ शिवलिंग पर हल्दी नही चढ़ावे...!!
★ शिवजी को कुंद , विष्णु जी को धतूरा , देवी जी को आक तथा मदार और सूर्य भगवानको तगर के फूल नहीं चढ़ावे...!!
★ अक्षत देवताओं को तीन बार तथा पितरों को एक बार धोकर चढ़ावे...!!
★ नये बिल्व पत्र नहीं मिले तो चढ़ाये हुए  बिल्व पत्र धोकर फिर चढ़ाए जा सकते हैं...!!
★ विष्णु भगवान को चावल गणेश जी को तुलसी , दुर्गा जी और सूर्य नारायण  को बिल्व पत्र नहीं चढ़ावें...!!
★ पत्र-पुष्प-फल का मुख नीचे करके नहीं चढ़ावें , जैसे उत्पन्न होते हों वैसे ही चढ़ावें...!!
★ किंतु बिल्वपत्र उलटा करके डंडी तोड़कर शंकर पर चढ़ावें...!! 
★ पान की डंडी का अग्रभाग तोड़कर चढ़ावें...!!
★ सड़ा हुआ पान या पुष्प नहीं चढ़ावे...!!
★ गणेश को तुलसी भाद्र शुक्ल चतुर्थी को ही चढ़ती हैं...!!
★ पांच रात्रि तक कमल का फूल बासी नहीं होता है...!!
★ दस रात्रि तक तुलसी पत्र बासी नहीं होते हैं...!!
★ सभी धार्मिक कार्यो में पत्नी को दाहिने भाग में बिठाकर धार्मिक क्रियाएं सम्पन्न करनी चाहिए...!!
★ पूजन करने वाले ललाट पर तिलक लगाकर ही पूजा करें...!!
★ पूर्वाभिमुख बैठकर अपने बांयी ओर घंटा , धूप तथा  दाहिनी ओर शंख , जलपात्र एवं पूजन सामग्री रखें...!!
★ घी का दीपक अपने बांयी ओर तथा देवता को दाहिने ओर रखें एवं चांवल पर दीपक रखकर प्रज्वलित करें...!!

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